भारत में यूरोपीय कंपनियों का आगमन | Arrival of European companies in India

भारत में यूरोपीय कंपनियों का आगमन | Arrival of European companies in India

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भारत में यूरोपीय कंपनियों का आगमन | Arrival of European companies in India

Post  Date  :
16-04-20 , 05:35 PM
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यूरोपीय कंपनियों का आगमन

1494 ईस्वी में कोलंबस (स्पेन ) भारत की खोज में ढूंढते हुए वह अमेरिका की खोज करता है इसके पश्चात 1498 ईसवी में वास्कोडिगामा ( पुर्तगाली ) जो केप ऑफ गुड होप के रास्ते भारत पहुंचने में सफलता प्राप्त करते हैं
भारत में पहुंचने वाले यूरोपिय कंपनियों का क्रम क्रमशः पुर्तगाली ,  डच , अंग्रेज , डेनिश और अंत में फ्रांसीसी जिसका विस्तार पूर्वक वर्णन उल्लेख है

पुर्तगाली


  • यूरोपीय देशों में सर्वप्रथम वास्कोडिगामा ने समुद्र के रास्ते भारत की खोज की जिसमें 1498 में कालीकट के प्रसिद्ध बंदरगाह पर उतरा , कालीकट के हिंदू राजा ने जिसकी पैतृक उपाधि जमोरिन थी उसने हार्दिक स्वागत किया तथा उसे मसाले एवं जड़ी बूटियां इत्यादि भेंट किया
  • 1503 ईसवी में पुर्तगालियों ने कोचीन में अपनी प्रथम फैक्ट्री स्थापित की
  • फ्रांसीसी डी अल्मीडा भारत का पहला पुर्तगाली गवर्नर था जिसने ब्लू वाटर पॉलिसी अपनाया
  • भारत में  प्रिंटिंग प्रेस छपाई आरंभ का श्रेय पुर्तगालियों को जाता है

डच


  • पुर्तगालियों के पश्चात डच  भारत आए जो नीदरलैंड (  हॉलैंड  ) की निवासी थे प्रथम डच यात्री कार्नेलियन  हॉउटमैन था
  • डचों ने सर्वप्रथम 1605 ईस्वी में मसूलीपट्टनम में अपनी प्रथम फैक्ट्री स्थापित की
  • 1759 ईस्वी में अंग्रेजों के साथ वेदरा के युद्ध में डच पराजित हुए जिससे उनकी शक्ति भारत से समाप्त हो गई

अंग्रेज


  • डच के पश्चात भारत में अंग्रेजों का आगमन हुआ जिनका मुख्य उद्देश मसाले  के व्यापार के एक हिस्से पर नियंत्रण करना था
  • भारत में प्रथम अंग्रेज जॉन हॉकिंस आया जिसने जहांगीर से भारत में एक ब्रिटिश फैक्ट्री स्थापित करने हेतु अनुमति मांगी तथा 1613 ईस्वी में सूरत में कारखाना खोलने की अनुमति दे दी गई

डेनिश


  • अंग्रेजों के पश्चात भारत में डेन व्यापारी 1616 इसमें में भारत है जिन्होंने 1620 ईस्वी में तंजौर जिले के त्रावणकोर में अपनी प्रथम फैक्ट्री स्थापित की

फ्रांसीसी


  • 1664 ईस्वी में भारत में व्यापार करने के लिए फ्रांसीसीयो  की कम्पनी फ्रांसीसी कंपनी एंड ओरिएंटल की स्थापना सूरत में की गई

यूरोपीय कंपनियों में अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए संघर्ष हुआ जिसमें अंग्रेजी कंपनियों को सफलता प्राप्त हुई तथा 200 वर्षों तक शासन किए
इससे संबंधित कुछ वैकल्पिक प्रश्न उत्तर

1. वास्कोडिगामा भारत कब आया था

  1.  1496
  2.  1497
  3. 1498
  4. 1499
उत्तर -  वास्कोडिगामा भारत 1498 में आया था

2. मुगल शासन काल में भारत में व्यापार करने वाला आने वाला प्रथम यूरोपियन कौन था

  1. डेनिश
  2. अंग्रेज
  3. फ्रांसीसी
  4. पुर्तगाली
उत्तर - भारत में व्यापार करने वाला प्रथम यूरोपी पुर्तगाली था

3. निम्न यूरोपीय व्यापारियों में से किसने सूरत में सर्वप्रथम अपना कारखाने स्थापित किया

  1. डचो ने
  2. अंग्रेजों ने
  3. पुर्तगालियों ने
  4. डेनिस ने
उत्तर -  अंग्रेजों ने सर्वप्रथम सूरत में कारखाने स्थापित किया

4. भारत में पुर्तगाली शक्ति का वास्तविक संस्थापक कौन था

  1. वास्कोडिगामा
  2. अल्बूकर्क
  3. विलियम हॉकिंस 
  4. एडवर्ड लुइस
उत्तर - अल्बूकर्क

5. निम्न में से कौन कोलकाता का संस्थापक था

  1. जॉब चार्नक
  2. कैप्टन हॉकिंस
  3. विलियम ब्रेथ
  4. टॉमस रो
उत्तर - जॉब चार्नक

6. बंगाल में निम्न में से कौन सा कारखाना डचों ने स्थापित किया था

  1.  चिनसुरा
  2.  पुलीकट
  3.  हुगली
  4. इनमें से कोई नहीं
उत्तर - चिनसुरा

7.  यूरोपीय कंपनियों के आगमन का क्रम व्यवस्थित कीजिए 1 डच , 2 डेनिश , अंग्रेज ,  फ्रांसीसी  , 5 पुर्तगाली

  1. 5,1,2,3,4,
  2. 5,2,3,4,1,
  3. 5,1,3,4,2,
  4. 5,1,3,2,4
उत्तर - पुर्तगाली डच अंग्रेज़ डेनिश फ्रांसीसी
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