छत्तीसगढ़ की मिट्टियां | Types of Soil's in Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ की मिट्टियां | Types of Soil's in Chhattisgarh

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छत्तीसगढ़ की मिट्टियां | Types of Soil's in Chhattisgarh

Post  Date  :
14-04-20 , 08:17 AM
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छत्तीसगढ़ की मिट्टियां

मिट्टियों का निर्माण चट्टानों के अपरदन , टूट-फूट इत्यादि से होता है | छत्तीसगढ़ भारत के प्रायद्वीपीय पठार का हिस्सा है इसी कारण यहां पर अधिकतम अवशिष्ट प्रकार की  मिट्टी पाई जाती है , छत्तीसगढ़ प्रदेश में पांच प्रकार की मृदा पाई जाती है

1.  लाल पीली मिट्टी  - छत्तीसगढ़ में मिट्टी का विस्तार सबसे अधिक है यह छत्तीसगढ़ के मध्य और उत्तरी भाग में  विस्तृत हैं जिसे मटासी मिट्टी के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इसमें चुना की प्रधानता होती है इसमें मुख्यतः धान , अलसी , तेल , ज्वार , मक्का , कार्टन , शीशम इत्यादि की फसलें की जाती है |

2. लाल बलुई मिट्टी  - इस मिट्टी का विस्तार दंतेवाड़ा , बस्तर , कांकेर , राजनांदगांव तथा बालोद के दक्षिणी हिस्से में विस्तृत है जिसे स्थानीय लोग रेतीली मिट्टी या टिकरा मिट्टी के नाम से जानते हैं इस मिट्टी में अम्लीय प्रकृति होने के कारण यहां मोटा अनाज जैसे - कोदो , कुटकी की उपयुक्त उपज की जाती है |

3. लाल दोमट मिट्टी - इस मिट्टी का विस्तार बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा एवं सुकमा जिले में मुख्यतः विस्तार हैं इस मिट्टी की जल धारण क्षमता सबसे कम है तथा यहां मिट्टी जल के अभाव में पत्थर के समान कठोर हो जाती है |

4. लेटराइट मिट्टी -  इस मिट्टी का विस्तार पाट प्रदेशों में अर्थात सरगुजा संभाग और जगदलपुर जिले में विस्तृत है जिसे मुरमी या भाटा मिट्टी के स्थानीय नाम से भी जाना जाता है इसमें बागानी फसलें जैसे - आलू , टमाटर  , लीची इत्यादि की उपज की जाती है और इस मिट्टी का प्रयोग भवन निर्माण में प्रयोग होने वाले ईट के निर्माण में भी किया जाता है |

5.  काली मिट्टी  - यहां मैकल श्रेणी गरियाबंद , दुर्ग एवं बालोद जिले में विस्तृत हैं इस मिट्टी का निर्माण बेसाल्ट आयुक्त चट्टानों के अपरदन से होता है जिसे कन्हार , भर्री , रेगुर इत्यादि स्थानीय नामों से भी जाना जाता है इस मिट्टी में मुख्यतः गन्ना , कपास  ,चना  ,गेहूं , रबी फसलों की उपज की जाती है  क्योंकि इस मिट्टी की जलधारा क्षमता सर्वाधिक होती है |
 
इससे संबंधित कुछ वैकल्पिक प्रश्न उत्तर

1. इन मिट्टियों के स्थानीय नाम का मिलान कीजिए

  1. लाल पीली -  मटासी
  2. लाल बलुई -  टिकरा
  3. लेटराइट-      भाटा
  4. काली-         d भर्री
उत्तर - उपरोक्त मिलान सत्य है

2. लाल पीली मिट्टी में कौन सी फसल की उपज की जाती है

  1. ज्वार
  2. कोदो
  3.  टमाटर
  4.  चना
उत्तर लाल पीली मिट्टी में कोदो कुटकी मोटे अनाज की उपज की जाती है

3. बागानी फसलों का उत्पादन कौन से संभाग में किया जाता है

  1. बिलासपुर
  2.  सरगुजा
  3. दुर्ग
  4. रायपुर
उत्तर - बगाली फसलों का उत्पादन पाठ प्रदेश सरगुजा संभाग में किया जाता है

4. मिट्टी का रंग पीला होने का मुख्य कारण _____ की उपस्थिति है

  1. Ferrous oxide
  2.  ferric oxide
  3.  ferric titanium
  4. इनमें से कोई नहीं
उत्तर मिट्टी का रंग पीला होने का मुख्य कारण फेरिक ऑक्साइड है

5. बस्तर के पठार में पाई जाने वाली मिट्टी का उच्च से निम्न क्रम है  -

1. मरहान 2. टिकरा 3. माल 4. गभार
  1. 1,2,3,4
  2. 1,3,2,4
  3. 1,4,3,2
  4. 1,3,4,2
उत्तर  - बस्तर के पठार में पाई जाने वाली मिट्टियों का क्रम मरहान , टिकरा  ,माल  , गभार व्यवस्थित है
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